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श्री राम के जैसा

 श्री राम के जैसा बनो राम के जैसा,  यदि ईश्वर को पाना है,, श्री राम के हम सब हैं,  उन्हें दिल में बसाना है,, दुनिया के पाखंडों में,  श्री रा...

रविवार, 3 नवंबर 2019

मेंहनत

व्यर्थ के झमेले तेरे, जीवन में न साथ देत,,
व्रत और प्रवचन तेरे, साथ ना निभाएंगे,,
कितनेऊ जादू, टोना, करले पाखंड सब,,
जग के दिखावा, सारे हास बन जाएंगे,,
मन की कसौटी तेरे, तन से भी कार्यशील,,
बुद्धि के विवेक से, सब काम बन जाएंगे,,
मेंहनत ही है जीवनदायी, बिन मेंहनत के ना हासिल कुछ,,
मेंहनत करोगे तो , सूखे वृक्ष फल जाएंगे।...........
तन और मन को, नौकर बनाना सीखो,,
भरे हो विकार , अपने आप मिट जाएंगे,,
आलस और लालच, मानवता के महान शत्रू ,,
डालोगे इन्हें जेल, सब द्वार खुल जाएंगे ,,
तन की दुशाला गंदी, जग की हवाओं से ,,
मन के ही साबुन से, सब दाग धुल जाएंगे ।...........
ना ही चाहिए गंगा जल, ना ही चाहिए मखमली वस्त्र ,,
ना ही मांग छत्तीस भोग, इनको ढोंग बतलायेंगे ,,
नहीं स्वर, संगीत कामना, व्यर्थ के फिजूल खर्च ,,
मेंहनत के सुरीले स्वर, प्रभु से मिलाएंगे ,,
व्यर्था ना समय बिताओ, करते रहो कुछ काम ,,
मानव की काया में, ऐसे मौके नहीं आएंगे ,,
ज्ञान, मान ये मानवता के मुख्य लक्ष्य ,,
पढ़ो और सोचो, फिर सुनील कुमार समझायेंगे ।............


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