चंद पंक्तियाँ अर्पित कर रहा हूँ, उस नन्ही सी परी के लिए जो आज अपनों के संग नहीं है, मेरी विनती है देश के महामहीम जी से। आशा है आप मेरी व्यथा को समझने में मेरी मदत करेंगे, मेरा मन बहुत ही विचिलित हो रहा था कुछ कहने को , अगर मेरे द्वारा कहे गए शब्द किसी को ठेस पहुंचाते हैं तो में छमा का पात्र हूँ।🙏🙏
🙏🙏प्रार्थना🙏🙏
क्यों हो रहे अत्याचार,
बताओ ना मोदी जी,,
समझाओ न मोदी जी,
कुछ अपने दिल की बात,
सुनाओ न मोदी जी,,....
मां - बहनों की जिंदगी,
खतरे में पड़ी हुई,,
मेंहगाई की मार इस,
आकाश में चढ़ी हुई,,
भारत की जनता को पार,
लगाओ ना मोदी जी,,.....
जातियवाद धर्म के बोझ से दबते ही आये हैं,
भ्रस्टाचार की चक्की में पिसते ही आये हैं,,
इन पापी और गद्दारों से बचाओ न मोदी जी,, क्यों हो रहे...
ये लाचार समाज अब तक सोता आया है,
इन पर अत्याचार अबतक होता आया है,,
इस पुराने इतिहास को न जगाओ मोदी जी,,
आल्हा की रखी तलवार को न उठाओ मोदी जी,
कुछ समझाओ मोदी जी,,
क्यों हो रहे अत्याचार बताओ न मोदी जी.....
पैसों के बल से तोल रहे, दीनों की इज्जत को,,
इज्जत का न कोई मोल है, रोको इस बेइज्जती को,,
इस मानवता में दाग न लगवाओ मोदी जी,,
उन पापियों को फांसी पर चढ़ाओ मोदी जी,,
क्यों हो रहे अत्याचार, बताओ ना मोदी जी,,......
ये सुनील हाथ जोड़ विनती करता है,
राजा का आप स्वरूप जो न्याय करता है,,
इन माँ- बहनों के दरिंदो को दंड दिलाओ मोदी जी,,
सुनील कुमार की प्रार्थना ना ठुकराओ मोदी जी,,
क्यों हो रहे अत्याचार जरा समझाओ मोदी जी।......
🙏🙏सादर निवेदित🙏🙏
सुनील कुमार