गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा नहीं सिखाता,
अंधकार में ठोकर खाना,,
शास्त्रों में विख्यात गुरु को,
ज्ञान का दीप जलाना,,
कुछ अज्ञानी तत्व, गुरु को समझ ना पाये,
रचे बहुत पाखंड, धाम लाखों बनवाये,,
इक ईश्वर को आज हजारों में बांटा जाता,
करें मतलवी प्यार, विश्व मे झूठा नाता,,
दीन, हीन, भुखमरी से जनता आज मर रही,
मंदिरों में अरबों का दान, बोरियाँ रोज भर रहीं,,
करै दिखावा गुरु, शिष्य का समझ ना आता,
गुरु पूर्णिमा का पर्व अंधी भटकान मिटाता,,
मत करो शास्त्र बदनाम, गुरु को ना दाग लगाओ,
सुनील कुमार का कथन सभी अंधकार मिटाओ,,.......
🙏🙏सादर अर्पित।🙏🙏
सुनील कुमार।
गुरु पूर्णिमा नहीं सिखाता,
अंधकार में ठोकर खाना,,
शास्त्रों में विख्यात गुरु को,
ज्ञान का दीप जलाना,,
कुछ अज्ञानी तत्व, गुरु को समझ ना पाये,
रचे बहुत पाखंड, धाम लाखों बनवाये,,
इक ईश्वर को आज हजारों में बांटा जाता,
करें मतलवी प्यार, विश्व मे झूठा नाता,,
दीन, हीन, भुखमरी से जनता आज मर रही,
मंदिरों में अरबों का दान, बोरियाँ रोज भर रहीं,,
करै दिखावा गुरु, शिष्य का समझ ना आता,
गुरु पूर्णिमा का पर्व अंधी भटकान मिटाता,,
मत करो शास्त्र बदनाम, गुरु को ना दाग लगाओ,
सुनील कुमार का कथन सभी अंधकार मिटाओ,,.......
🙏🙏सादर अर्पित।🙏🙏
सुनील कुमार।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में मंगलवार 07 जुलाई 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
बहुत सुंदर सृजन गुरु पूर्णिमा पर ।
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं।