चीन की करनी, वैसी भरनी।
चीन होई वेदीन, समय आएगा,
जब बढ़े भारतीय कदम न हट पायेगा,,
ना झुके, रुके ना ज्वान कभी भी रण में,
जब लिए तिरंगा हाथ वीर धायेगा।.........
मान मर्यादा, धर्म जान से प्यारा,
हम हैं हिन्द के वीर, हिन्दोस्तां हमारा,,
जर, जोरू और जमीन विश्व से न्यारा,
करें शीश का कलम जो नेत्र निहारा।...........
ना होई बात से काम तो लात चलावै,
ना छोड़ें अपना हक मरें या आवें,,
कश्मीर को पाक ने समझा अपना,
इक झपट में कश्मीर छीन लिया,,
चीन फिर किस गिनती में है,
अच्छे, अच्छों को वेदीन किया।........
हथियार उठाते हैं कायर,
हम प्यार से मार गिराते हैं,,
कुत्तों का काम भोंकने का,
हम बिन भोंके दिखलाते है,,
जो हिय बसै चीन तेरे,
हम तेरी बात ही मानेंगे,,
जब छल कपटी राग को देखेंगे,
ना मानेंगे, ना जानेंगे, फिर अपनी अपनी तानेंगे।..........
उन्नीसौ बासठ भूल जाओ,
ये अहं ना दिल में लाना तुम,,
अब समय बदल रहा तेजी से,
मत रावण से बन जाना तुम,,
ये कविता चीन का मुक्ति द्वार,
जैसा भी कदम बढ़ाएगा,,
सुनील कुमार कथि समझाते,
जो बोयेगा वही पायेगा।..........
🙏🙏सादर अर्पित।🙏🙏
सुनील कुमार
चीन होई वेदीन, समय आएगा,
जब बढ़े भारतीय कदम न हट पायेगा,,
ना झुके, रुके ना ज्वान कभी भी रण में,
जब लिए तिरंगा हाथ वीर धायेगा।.........
मान मर्यादा, धर्म जान से प्यारा,
हम हैं हिन्द के वीर, हिन्दोस्तां हमारा,,
जर, जोरू और जमीन विश्व से न्यारा,
करें शीश का कलम जो नेत्र निहारा।...........
ना होई बात से काम तो लात चलावै,
ना छोड़ें अपना हक मरें या आवें,,
कश्मीर को पाक ने समझा अपना,
इक झपट में कश्मीर छीन लिया,,
चीन फिर किस गिनती में है,
अच्छे, अच्छों को वेदीन किया।........
हथियार उठाते हैं कायर,
हम प्यार से मार गिराते हैं,,
कुत्तों का काम भोंकने का,
हम बिन भोंके दिखलाते है,,
जो हिय बसै चीन तेरे,
हम तेरी बात ही मानेंगे,,
जब छल कपटी राग को देखेंगे,
ना मानेंगे, ना जानेंगे, फिर अपनी अपनी तानेंगे।..........
उन्नीसौ बासठ भूल जाओ,
ये अहं ना दिल में लाना तुम,,
अब समय बदल रहा तेजी से,
मत रावण से बन जाना तुम,,
ये कविता चीन का मुक्ति द्वार,
जैसा भी कदम बढ़ाएगा,,
सुनील कुमार कथि समझाते,
जो बोयेगा वही पायेगा।..........
🙏🙏सादर अर्पित।🙏🙏
सुनील कुमार
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