श्री राम के जैसा
बनो राम के जैसा,
यदि ईश्वर को पाना है,,
श्री राम के हम सब हैं,
उन्हें दिल में बसाना है,,
दुनिया के पाखंडों में,
श्री राम नहीं बसते,,
इस मूर्खता को देख,
सभी ज्ञानी पुरुष हंसते,,
छल कपटी अंधेरों को,
हर दिल से मिटाना है,,
श्री राम के हम सब हैं,
उन्हें दिल में बसाना है।.......
माता की आज्ञा से,
वनवास को धाये थे,,
भ्राता और पत्नी संग,
निज धर्म निभाएं थे,,
मां अहिल्या को तारा,
और तारा जमाना है,,
श्री राम के हम सब हैं,
उन्हें दिल में बसाना है।.......
शबरी के झूठे बेर,
बड़े प्रेम से खाए थे,,
ना घमंड किया कोई,
वह एक राजा के जाए थे,,
न जाति धर्म कोई,
सबको एक ही माना है,,
श्री राम के हम सब हैं,
उन्हें दिल में बसाना है।.......
प्रभु ने मेहनत करके,
इस सृष्टि को सींचा है,,
श्री राम की आशाओं का,
यह शुद्ध बगीचा है,,
सुनील कुमार विनती करते,
अब अयोध्या हमको जाना है,,
श्री राम के हम सब हैं,
उन्हें दिल में बसाना है।........
🙏🙏सादर अर्पित🙏🙏
🙏🙏सुनील कुमार🙏🙏